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User:Ayan564

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Durga Aarti.


दुर्गा आरती

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

मांग सिंदूर विराजत, टिको मृगमद को। उज्जवल से दो नैना, चंद्रवदन नयना॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजे। रक्तपुष्प गल माला, कंठहार साजे॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी। सुर-नर-मुनि-जन सेवत, तिनके दुखहारी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती। कोटिक चन्द्र दिवाकर, सम राजत ज्योति॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

शुम शुम शुम शुम नण्डि-कुमार उदे, शुम शुम शुम शुम ब्रह्मणि रुद्रानि वदे॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

हेर नन्द नंदन, वंदित जननी। स्तुति संग रवि चन्द्र, विडित व तुम्ही जग की माता, तुम ही हो भर्ता। भक्तन की दुःख हरता, सुख सम्पति कर्ता॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रिका धारी। मनवांछित फल पावत, सेवत नर-नारी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

कंचन थार कपूर लगाए, मृदु पटल भाला। शोभित योगेन्द्र मुखी, सोहत छवि निहाला॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

मांग सिंदूर विराजत, टिको मृगमद को। उज्जवल से दो नैना, चंद्रवदन नयना॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

माहिषासुर वध करी, धूम्र विलोचन नैना। निशिदिन मधुकैटभ डल धरीन, करी अंबे रिपु बल कैना॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

ब्रह्माणी रूप निहारे, शंकर भवानी। राजेंद्र शिवशंकर, संग नृत्य करत तानी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

हेर नन्द नंदन, वंदित जननी। स्तके दुःख भंजनी, स्वर्ग मंदिर मन्दिर मांझनी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

भक्तजनों के संकट, दूर करो माता। ज्ञान-विज्ञान प्रकाश करो, मोह अविद्या हरो॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥