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User:Everesternarenderyadav

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NARENDER SINGH

हरियाणा के जिले रेवाड़ी के उपमंडल कोसली के नजदीक लगते गांव नेहरूगढ़ के 21 वर्षिय  पर्वतारोही नरेन्द्र !

अगर मन में कुछ करने की चाह हो  , दृढ इरादे हो तो ऐसा कोई काम नही है जिसे ना किया जा सके ऐसा ही कुछ तो कुछ कर दिखाया है गुड़गाँव की मिट्टी में जन्मे नरेन्द्र सबसे युवा मरउंट ऐवरेस्ट को फतेह करने वाला पवर्तारोही बन गया। प्रयास करने वालो की कभी हार नही होती नरेन्द्र ने इस कहावत पर भी चार चंाद लगा दिए।

मुश्किलो भरा रहा सफर 

ब्रफले पहाड़ो का सफर आसान नही होता नरेन्द्र ने आपबीति सुनाते हुए बताया कि ऐवरेस्ट का सपुर आसान नही था बहुत सी परेशानियो का सामना करना पड़ा सफर के दौरान नरेन्द्र को फ्रासबाईट नामक बीमारी शिकार हो गया था  (इस बीमारी में अंग गलने श़रू हो जाते है तथा अंग काम करना बंद कर देते है ) इस बार पुरे विश्व से 12 लोग गऐ थे जिसमें 2 लोगो की मौत हो गई तथा 2 का अभी तक कोई अता-पता तक नही है।

तीसरा प्रयास रहा सफल:-

पवर्तारोही नरेन्द्र पहले भी दो बार ऐवरेस्ट को फतेह करने के लिए निकल चुका है परंतु प्रयास असफल रहे। 2014 व 2015 में भी नरेन्द्र  ऐवरेस्ट को फतेह करने के लिए निकला परंतु प्राकृतिक आपदा के कारण मायूस होकर वापस लौटना पड़ता था परंतु कहते है प्रयास करने वालो की कभी हार नही होती आखिरकार नरेन्द्र ने तीसरे प्रयास में ऐवरेस्ट को फतेह किया।

7 समीट फतेह करना है लक्ष्य:-

 ऐवरेस्ट फतेह करके आए नरेन्द्र का लक्ष्य  दुनिया के 7 महादिपो की सबसे उंची चोटीयो कों फतेह कना है जिसे 7 समीट कहते है।   

क्या कहना है नरेन्द्र का 

  नरेन्द्र का बताया कि  वो दो बार माुटं ऐवरैस्ट पर चढने का प्रयास कर चुके थे लेकिन सफलता में प्राकृतिक आपदा आडे आ गई इस बार भी काफी कठिनाइयो का सामना करते हुए उसने अपना मुकाम हासिल किया । उन्होने युवाओ से आहवान किया कि मनुष्य जिस काम का निश्चय कर ले वह कर सकता है इसके लिए दृढ इव्छा होनी चाहिए। 

युुवा पवर्तारोही ने पहले भी बनाए दर्जनो रिकार्ड:-भागीरथरी 2 (6512 मी.),डिकेडी 2 (5682 मी.),कालंदी पास ,वासुकी पास , टेबलटोक जैसे कई पास जम्मू ,उतराखझड , हिमाचल में कई ट्रक हो चुके है , बेसीक , एडवांस , एसएनआर ,एमओआई , स्पेशल एडवंंचर कोर्स ,एलओ ,रोकक्लाइमिंग , कोर्स में ए ग्रेड के साथ कर चुका है साथ ही  2 बार एवरेस्ट की चढ़ाई प्राकृतिक आपदा के कारण रद्द हो चुकी थी।  

हरियाणा गौरव पुरस्कार से सम्मानित-  हाल ही में हरियाणा सरकार की तरफ से आयोजित हरियाणा गौरव पुरस्कार से भी नरेन्द्र को सम्मानित किया गया है ये पुरस्कार हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार व विमल यादव मेयर ने दिया।

**ह्यूमन अचिवर पुरस्कार  से भी हुए है सम्मानित 

## भारत गौरव पुरस्कार 

## अब तक बनाए 11 विश्व रीकॉर्ड 

15 अगस्त 2017 को 2-2-2 चैलेंज (दो सप्ताह में दो महाद्वीपो की दो सबसे उंची चोटी यूरोप की एलब्रूश, साउथर अफ्रीका की किलिमांजारो) पर फतेह कर करवाया। नरेन्द्र का अगला साउथ-वेस्ट हेमिसफेयर मिशन दिसंबर माह में साउथ अमेरीका की कुसवांगो (अर्जनंटाइना)व 26 जनवरी 2018 को आस्ट्रेलिया के 10 सबसे उंची चोटीयो पर फतेह करने का है। इसके  लिए मिशन आउटडोर ने अनुमति पत्र भी दे दिया है। पर्वतारोही अगले मिशन की तैयारी में लगा है।

सात महाद्वीपो पर फतेह करने का सपना:-

आर्मी जवान कृष्णचंद के पुत्र का सपना दुनिया के सभी सात महाद्वीपो पर फतेह कर वल्र्ड रिकार्ड बुक में अमीट छाप छोडने का है। नरेन्द्र ने पिछले वर्ष 2016 में भी माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था। इसके अलावा नरेन्द्र 14 अन्य पर्वत श्रृंख्लाओ पर आरोहण कर देश का नाम रोशन कर चुका है। अपनी स्कूली पढ़ाई के दौरान 12 साल की उम्र में ही नरेन्द्र ने जम्मूकश्मीर की पहाडिय़ों पर चढ़कर अपने पर्वतारोहण की प्रारंभिक शुरूआत कर दी थी। वर्ष 2008 से इन्होंने नियमित तौर से पर्वतारोहण का अभ्यास शुरू कर दिया था। उसके बाद महज 19 वर्ष की आयु में 6512 मीटर ऊंची भागीरथी-टू व 5612 मीटर ऊंची डीकेडी-टू के साथ कालिंदी पास व वासुकी ताल पास, लेह, गढ़वाल चोटी को फतेह करके सबसे कम उम्र का पर्वतारोही साबित हुआ था।

देशभक्तिी का जज्बा :-

पर्वतारोही नरेन्द्र ने 15 अगस्त को यूरोप की एलब्रूश, साउथ अफ्रीका की किलिमांजारो पर 11वां वल्र्ड रिकार्ड बनाते हुए राष्ट्रीय गीत गान किया तथा तिरंगा लहराया। उन्होने प्रत्येक पर्वत श्रृंख्ला पर तिरंगा लहराकर देश की शान बढाई। नरेन्द्र ने गुरूग्राम से जयपुर तक 32 घंटो में 472 किमी. साईकिल यात्रा कर स्वच्छता का संदेश दिया !