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User:Manasvyas puneet

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संस्थापक[edit]

पुनीत पाठक के बारे में

मानस मार्तण्ड गोस्वामी इंदु भूषण जी महाराज का सारा जीवन श्री राम गुण गाने में तथा श्री राम कथा के माध्यम से सनातन धर्म की परंपरा को जन- जन तक पहुंचाने में बीता।

अचानक राम कथा कहते – कहते 9 मार्च सन 2011 को उनके साकेत गमन के बाद श्री राम कथा तथा उनकी समृद्ध विरासत का साज- सँवार देखकर श्री हनुमान जी की कृपा तथा संतों के आशीर्वाद से अपना जीवन सफल बनाने में तथा सनातन धर्म की परंपरागत एवं मानस मार्तण्ड गोस्वामी इंदु भूषण जी महाराज के द्वारा श्री राम कथा को जनमानस तक पहुंचाने का जो दृढ़ संकल्प मानव व्यास पुनीत पाठक जी ने लिया है, उसी दिशा में बढ़ते हुए राम ध्वज को अपने दादाजी की भांति भारत वर्ष के विविध अंचलों में श्री राम कथा सुनाने के पवित्र संकल्प के साथ जिसमें सर्वप्रथम उन्होंने अपने जीवन में 3 महीने लगातार अंजनी नंदन जी महाराज जो कि इनके ‘ पर पितामह पंडित श्री राधे श्याम जी कंज ‘ के द्वारा स्थापित किए गए हैं उनके सानिध्य में राम कथा करते हैं

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संस्थापक[edit]

पुनीत पाठक के बारे में

मानस मार्तण्ड गोस्वामी इंदु भूषण जी महाराज का सारा जीवन श्री राम गुण गाने में तथा श्री राम कथा के माध्यम से सनातन धर्म की परंपरा को जन- जन तक पहुंचाने में बीता।

अचानक राम कथा कहते – कहते 9 मार्च सन 2011 को उनके साकेत गमन के बाद श्री राम कथा तथा उनकी समृद्ध विरासत का साज- सँवार देखकर श्री हनुमान जी की कृपा तथा संतों के आशीर्वाद से अपना जीवन सफल बनाने में तथा सनातन धर्म की परंपरागत एवं मानस मार्तण्ड गोस्वामी इंदु भूषण जी महाराज के द्वारा श्री राम कथा को जनमानस तक पहुंचाने का जो दृढ़ संकल्प मानव व्यास पुनीत पाठक जी ने लिया है, उसी दिशा में बढ़ते हुए राम ध्वज को अपने दादाजी की भांति भारत वर्ष के विविध अंचलों में श्री राम कथा सुनाने के पवित्र संकल्प के साथ जिसमें सर्वप्रथम उन्होंने अपने जीवन में 3 महीने लगातार अंजनी नंदन जी महाराज जो कि इनके ‘ पर पितामह पंडित श्री राधे श्याम जी कंज ‘ के द्वारा स्थापित किए गए हैं उनके सानिध्य में राम कथा करते हैं।[edit]